सपने में देखी रे मैया जी तेरी सूरतिया मेरे मन को भाए गई रे मैया जी तेरी सूरतिया....
तेरी अखियां प्यारी प्यारी तेरी बिंदिया न्यारी न्यारी नैनों में बस गई रे मैया जी तेरी सूरतिया.....
गले में तेरे माला बिराजे कानों में तेरे कुंडल साजे मेरे दिल में उतर गई रे मैया जी तेरी सूरतिया.....
हाथों मैं तेरे चूड़ी सोए हाथों में तेरी मेहंदी सोए मोहे घायल कर गई रे मैया जी तेरी सूरतिया...
शेर पे चढ़ के मैया आईं भक्तों ने अपनी सुध बिसराई मेरे घर को तार गई रे मैया जी तेरी सूरतिया....
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