एक दिन भोले बने मदारी चले अवध की ओर राम के दर्शन करने राम के दर्शन करने , दूजे रूप में बन गए वानर पकड़े हाथ में डोर राम के दर्शन करने राम के दर्शन करने.....
कांधे पे झोली देखो सिर पे है पगड़ी भोलेनाथ के भोलेनाथ के , आज तो भोले लाए जंतर मंतर अपने साथ में अपने साथ में , मन में मस्ती राम नाम की छाई है घनघोर राम के दर्शन करने राम के दर्शन करने....
डम डम बजाए भोला डमरू की मीठी मीठी तान रे मीठी तान रे , हाथों में डंडा घूमे ऐसे दिखाएं भोलेनाथ रे भोलेनाथ रे, अलबेला एक आया मदारी मचा अवध में शोर राम के दर्शन करने राम के दर्शन करने.......
डमरू बजाते पहुंचे कौशल्या द्वार भोलेनाथ रे भोलेनाथ रे , देखने तमाशा दौड़े रामलला सबके साथ रे सबके साथ रे, नाचे बंदर नैन टिकाए रामलला की ओर राम के दर्शन करने राम के दर्शन करने.....
दिखाकर तमाशा भोले शीष झुकाया प्यारे राम को प्यारे राम को , राम का दर्शन पाके करता प्रणाम सुखधाम को सुखधाम को , लिपट गए हैं प्रभु चरणों में मन में हुए विभोर राम के दर्शन करने राम के दर्शन करने.....
अनोखा मिलन जिसने देखा हुआ ओ निहाल रे ओ निहाल रे , भक्तों पर अपनी नजर रखना सदा दशरथ लाल रे दशरथ लाल रे , मिलके तार प्रभु से जोड़ो जग के बंधन छोड़ो राम के दर्शन करने राम के दर्शन करने.....
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