आई पहली पहली बार कोई जान ना पहचान कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल....
पहला प्यार मैंने सासू का पाया सासू ने मुझको लाड़ लड़ाया , बिल्कुल मम्मी जैसा प्यार कोई जान ना पहचान कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल.....
दूजा प्यार मैंने जेठानी का पाया जेठानी ने प्यार से मुझे अपनाया , बिल्कुल भाभी जैसा प्यार कोई जान ना पहचान कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल.....
तीजा प्यार मैंने ननदी का पाया ननदी ने हंस के गले लगाया , बिल्कुल बहन जैसा प्यार कोई जान ना पहचान कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल....
चौथा प्यार मैंने देवर से पाया देवर ने भाई का रिश्ता निभाया , बिल्कुल भैया जैसा प्यार कोई जान ना पहचान कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल....
पूरा प्यार मैंने साजन का पाया साजन ने मुझको अपना बनाया , पाया प्यार बेशुमार हो गई जान और पहचान कितनी प्यारी निराली हमारी ससुराल......
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