सरयू के खड़े किनारे भगवान मांग रहे नैया....
तुम कौन देश से आए और कौन देश है जाना तुम किसके राज दुलारे भगवान मांग रहे नैया.....
हम अवधपुरी से आए और चित्रकूट है जाना दशरथ के राजदुलारे भगवान मांग रहे नैया....
पहले तो राम जी बैठे हैं फिर बैठी सीता मैया पीछे से लक्ष्मण भैया भगवान मांग रहे नैया....
केवट ने नाव चलाई जब बीच भंवर में आई जय बोलो गंगा मैया भगवान मांग रहे नैया.....
पहले तो राम जी उतरे फिर उतरे सीता मैया पीछे से लक्ष्मण भैया भगवान मांग रहे नैया.....
लक्ष्मण ने कुटिया बनाई फूलों से खूब सजाई प्रभु रहने को तैयारीभगवान मांग रहे नैया।
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