भादों का महीना घटाएं घनघोर आधी रात को जन्मे देखो नटवर नंदकिशोर....
जेल में जन्मे है कृष्ण कन्हाई लीला प्रभु ने देखो कैसी रचाई खुल गए ताले सारे ना चला कंस का जोर आधी रात को जन्मे देखो नटवर नंद किशोर भादों का महीना........
इत मथुरा उत गोकुल प्यारा बीच में बह रही जमुना की धारा धन्य हो गई यमुना जब् देखे नंदकिशोर आधी रात को जन्मे देखो नटवर नंद किशोर भादों का महीना.....
नंदरानी खुश बड़ी नंद हृषर्षाए तीनों लोकों के स्वामी घर मेरे आए इतना प्यारा लल्ला ना देखा कोई और आधी रात को जन्मे देखो नटवर नंद किशोर भादों का महीना.....
अन्न धन गउएं नंदू बाबा बांटे सोना चांदी हीरे मोती दाऊ लुटावें ढोल नगाड़े बाजे नहीं खुशियों का है ठौर आधी रात को जन्में दिखो नटवर नंद किशोर भादों का महीना....
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