घर आया मेरा नंदलाला मोर मुकुट मुरली वाला.....
जमुना तट पर जाते हो सखियों के चीर चुराते हो सखियां कहें मेरा गोपाला मोर मुकुट मुरली वाला.....
देवकी के तुम जाए हो यशोदा की गोद खिलाए हो नंद कहें मेरा नंदलाला मोर मुकुट मुरली वाला....
मीराबाई अरज करे हरि चरणों में ध्यान धरे अमृत कर दिया विष प्याला मोर मुकुट मुरली वाला.....
निधिवन में तुम जाते हो नाचे सारी बृजबाला मोर मुकुट मुरली वाला.....
भीड़ पड़े पर आते हो भक्तों की लाज बचाते हो भक्त कहें मेरा रखवाला मोर मुकुट मुरली वाला......
No comments:
Post a Comment