हो हो हो जेलों में जन्म हो गया....
रात भादों की थी तिथि अष्टमी थी , काली बादली भी जोरों से बरसने लगी हो हो हो बिजली ने गजब कर दिया....
कृष्ण को ले लिया गोकुल वासुदेव चले , यमुना में जल बड़ा कृष्ण जी समझ गए हो हो हो पैर अपना बड़ा ही दिया....
पहुंच गए गोकुल में कृष्ण को लिटा दिया , कन्या को लेकर के मथुरा को कूच किया हो हो हो कन्या रोने से कंस जग गया...
दौड़ा कन्या को मारने वह चली आकाश में , बोली तुझे मरने वाला आ चुका है जग में हो हो हो कंस देखता ही रह गया...
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