कैसे पीसी कैसे पीसी कैसे पीसी हो रामा कैसे पीसी ओ भोले तेरी भंगिया कैसे पीसी कहां पे बोई हरी हरी भंगिया कहां पर बोई गांजा की कली भोले बाबा तेरी भंगिया कैसे पीसी...
पर्वत पर बोई हरी हरी भंगिया जंगल में बोई गांजा की कली भोले बाबा...
काहे से सींची हरी हरी भंगिया काहे से सींची गांजा की कली भोले बाबा...
दूध से सींची हरी हरी भंगिया दही से सींची गांजा की कली भोले बाबा...
फूल गई फल गई हरी हरी भंगिया फूली फली गांजा की कली भोले बाबा..
गौरा ने पीसी हरी हरी भंगिया नंदी ने मली गांजा की कली भोले बाबा....
No comments:
Post a Comment