कमल के फूल से मैया हमें आवाज देती हैं..
कभी टीका मंगाती है कभी बिंदिया मंगाती हैं कभी सिंदुरा लगाने को हमें आवाज देती हैं...
कभी झुमका मंगाती हैं कभी नथुनी मंगाती हैं कभी लाली लगाने को हमें आवाज देती हैं...
कभी हरवा मंगाती हैं कभी माला मंगाती हैं कभी लॉकेट लगाने को हमें आवाज देती हैं...
कभी चूड़ियां मंगाती है कभी कंगना मंगाती है कभी मेहंदी लगाने को हमें आवाज देती हैं...
कभी पायल मंगाती है कभी बिछुआ मंगाती हैं कभी महावर लगाने को हमें आवाज देती हैं...
कभी साड़ी मंगाती हैं कभी लहंगा मंगाती हैं कभी चुनरी ओढ़ाने को हमें आवाज देती है..
कभी हलुवा मंगाती हैं कभी छोले मंगाती हैं कभी पूड़ी खिलाने को हमें आवाज देती हैं..
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