गजब मां भजन🌹है कजरे की धार गले मोतियों के हार क्या खूब किया श्रंगार मां तुम कितनी सुंदर हो🌹

 

 

आंखें कजरे की धार गले मोतियों के हार तेरा ऐसा रूप सिंगार मां तुम कितनी सुंदर हो तुम कितनी सुंदर हो... 

तेरे चारों तरफ नजारे तेरे दुश्मन तुझ से हारे , तूने चण्ड मुण्ड संहारे और शंभू निशुंभ बिडारे , तूने महिषासुर दिया मार मां तेरी शक्ति अपार तेरी हो रही जय जयकार मां तुम कितनी सुंदर हो तुम कितनी सुंदर हो... 

तेरी दमदम बिंदिया दमके तेरी मांग सिंदूरी चमके , हाथों में कंगना खनके पैरों में पायल छनके , तेरे यह सोलह सिंगार मां तेरा रूप अपार , 

तेरा लगा हुआ दरबार मां तुम कितनी सुंदर हो तुम कितनी सुंदर हो जैसा सिंगार है तेरा मां वैसा ही रखना मेरा , हो जब तक मेरा जीवन रहे जीवन साथी मेरा , 

मां तेरी दया अपार तेरे भरे हुए भंडार तेरी हो रही जय जयकार मां तुम कितनी सुंदर हो तुम कितनी सुंदर हो... 




Share:

No comments:

Post a Comment