मैया तुम हो कहां कीर्तन है यहां तेरे भक्त पुकारें आजा आकर के दर्श दिखा जा...
चाहे ब्रह्मा को ले आ चाहे विष्णु को ले आ चाहे खुद ही अकेली आजा आकर के दर्श दिखा जा...
चाहे राम को ले आ चाहे लक्ष्मण को ले आ चाहे खुद ही अकेली आजा आकर के दर्श दिखा जा...
चाहे कान्हा को ले आ चाहे राधा को ले आ चाहे खुद ही अकेली आजा आकर के दर्श दिखा आ जा...
चाहे भक्तों को ले आ चाहे पड़ोसी को ले आ चाहे खुद ही अकेली आजा आकर के दर्श दिखा जा...
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