मैया तुम हो कहां कीर्तन है यहां तेरे भक्त पुकारे आजा आकर के दरस दिखा जा
चाहे ब्रह्मा को ले आ चाहे विष्णु को ले या चाहे खुद ही अकेली आजा आकर के दरस दिखा जा
चाहे भोले को ले आ चाहे गौरा को ले आ चाहे खुद ही अकेली आ जा आकर के दरस दिखा जा
चाहे राम को ले आ चाहे सीता को ले आ चाहे खुद ही अकेली आजा आकर की दरस दिखा जाए
चाहे कान्हा को ले आ चाहे राधा को ले आ चाहे खुद ही अकेली आ जा कर के दरस दिखा जा
चाहे लांगुर को ले आ चाहे भैरव को ले आ चाहे खुद ही अकेली आजा आकर के दरस दिखा जा
चाहे हनुमत को ले आ चाहे अंजनी मां को ले आ चाहे खुद ही अकेली आ जा आकर के दरस दिखा जा
No comments:
Post a Comment