ऐसा तंत्र मार दो ऐसा मंत्र मार दो मेरे काले कन्हैया की नजर झाड़ दो
दुधवा ना पीवे मिठाई ना खाए हाय गोदी में ले लें तो बहुत ही चिल्लाए ऐसा तंत्र मार दो
पलना परावें तो बिल्कुल ना रहवे और जैसे तैसे सो गए उचक उचक जाए ऐसा तंत्र मार दो
माखन को मचले सो मिश्री ना खाएं और ग्वालन को देख देख बहुत ही मुस्काए ऐसा तंत्र मार दो
पढ़ पढ़ के भोले ने भर दयी ताबीज और मैया न समझी यह जग के जगदीश ऐसा तंत्र मार दो
दर्शन करके चले भोले नाथ भोले ने भेष बदले मोहन मुस्कायं ऐसा मार दो
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