ब्रह्मा विष्णु महेश तीनों भैया ठाड़े अनुसुइया के द्वार ठाड़े अनुसूया के द्वार तीनो जोगी बनके जोगी बनके
सोने के गढ़वा गंगाजल पानी पीवें अनसूया के द्वार पीवें अनसूया के द्वार तीनों जोगी बनके जोगी बनके
सोने की थाली में भोजन परोसा जेमें अनुसूया के द्वार जेमें अनुसुइया के दार तीनों जोगी बनके जोगी बनके
सोने की सींक बरेली को सुरमा लगे अनुसूया के द्वार लगे अनुसूया के द्वार तीनों जोगी बनके जोगी बनके
फूल बिछाए और सेज लगाई सोवें अनुसूया के द्वार सोवें अनसूया के द्वार तीनों जोगी बनके जोगी बनके
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