मस्त शिव भजन💃लहरीदार चुनरी माथे पे डाल के भोला बन जाओ भोली घूंघट निकाल💃आनंद लीजिए आप भी💃

 

 

एक लहरी दार चुनरी माथे पर डाल के भोला बन जाओ भोली घूंघट निकाल के... 

कान में कुंडल बिच्छू वाला गले सर्पों की माला , कहाँ छुपाओ भोले बाबा काला नाग तुम्हारा , इन सब को रखना पिया झोली में डाल के भोला बन जाओ भोली घूँघट निकाल के एक लहरीदार चुनरी माथे पे डाल के...... 

सब तो छिपा है कहाँ छिपेगा गंगा जी का पानी , मर्दानी आवाज पिया तुम कैसे करो जनानी , पकड़े न जाओ कहीं मर्दानी चाल पे भोला बन जाओ भोली घूँघट निकाल के एक लहरीदार चुनरी माथे पे डाल के...... 

पकड़ी कलाई मोहन ने जब भोलेनाथ शरमाए , सब तो आए बिन घुंघट तुम घुंघट में क्यों आए , मुखड़ा दिखा दो गोरी घुंघटा उठा के भोला बन जाओ भोली घूंघट निकाल के.... 

सर से सरकी है जब साड़ी बनवारी मुस्काए , उसी दिना से भोले बाबा गोपेश्वर कहलाए , भोले और कान्हा दोनों लगते कमाल के भोला बन जाओ भोली घूंघट निकाल के.. 




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