जी मेरी शेरावाली के आगे वंदना एक बार वंदना अनेक बार वंदना बार बार वंदना करोड़ बार वंदना जी मेरी शेरावाली के आगे वंदना
वाके शेर के गले विच हार वे मैं तो जाना मैया दरबार में , उनसे भक्ति का दान ऐसा मांगना मेरी शेरावाली के आगे वंदना एक बार वंदना
अनेक बार वंदना बार बार वंदना करोड़ बार वंदना जी मेरी शेरावाली की आगे बंधना
वाके शेर के गले विच कलियां मैं तो मां नू मनावन चलियां , उनके चरणों में शीश ऐसा धरना मेरी शेरावाली के आगे वंदना...
शेरावाली ने जहाज बनाया अपनी शक्ति दे नाल चलाया , आओ भक्तो जिन्होंने है चढ़ना मेरी शेरावाली के आगे बंदना एक बार वंदना....
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