अम्रत रुपी राम भजन🌹चाहे राम हो चाहे श्याम हो तेरे चरणों में मेरा प्रणाम गायिकी हो तो ऐसी🌹

 

 

चाहे राम हो चाहे श्याम हो तेरे चरणों में मेरा प्रणाम हो 

चाहे सुबह हो चाहे शाम हो तेरे चरणों में प्रणाम हो 

ओ मुरली वाले भूल न जाना तेरे चरणों में मेरा ठिकाना , मेरा ठिकाना चाहे राम हो या श्याम हो तेरी चरणों में प्रणाम हो

एक नदी के दो हैं किनारे हम हैं तुम्हारे तुम हो हमारे , तुम हो हमारे चाहे राम हो चाहे श्याम हो 

तेरे चरणों में मेरा प्रणाम हो द्रोपदी सुता की लाज बचाई श्यामल श्यामल आयो मुरारी , आयो मुरारी चाहे राम हो 

चाहे श्याम हो तेरे चरणों में मेरा प्रणाम हो विष्णु जी हरि के रंग निराले भक्तों के सब संकट टारे , संकट टारे चाहे राम हो 

चाहे श्याम तेरे चरणों में मेरा प्रणाम हो दुर्योधन की मेवा त्यागी साग विदुर घर खायो मुरारी , खायो मुरारी चाहे राम हो चाहे श्याम हो तेरे चरणों में मेरा प्रणाम हो 




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