जो राधे राधे गाता है जीवन में बड़ा सुख पाता है
कपड़े में दाग लग जाता है वह साबुन से धुल जाता है जब कुल में दाग लग जाता है उसे कोई छुटा नहीं पाता है
जब सिर से साड़ी फिसल गई तो नारी तुरंत संभालती है जब नारी धर्म से फिसल गई उसे कोई बचा नहीं पाता है
बेटा जब मां से रुठ गया मां उसको तुरंत मनाती है जब मां बेटे से रुठ गई उसे कोई मना नहीं पाता है
माली ने बाग लगाया है डाली पर फूल खिल आया है जो डाली पेड़ से टूट गई उसे कोई लगा नहीं पाता है
सच बोलना बन्दे धर्म तेरा नेकी पर चलें कर्म तेरा जो नेक राह अपनाता है वो परमपिता को पाता है
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