राजा दशरथ जी के लाल ब्याहने चले सीता मैया
शीश बना की टीका सोहे मौरी अजब बहार , दोऊ भुजाओं पे डाल दुशाला गले मोतियों के हार ब्याहने चले सीता मैया
गले बन्ना के लरियां सोहे टाई अजब बहार , दोऊ भुजाओं पे डाल दुशाला गले मोतियों के हार ब्याहने चले सीता मैया
हाथ बन्ना के कंगना सोहे मेहंदी अजब बहार दोऊ भुजाओं पे डाल दुशाला गले मोतियों के हार ब्याहने चले सीता मैया
कमर बन्ना के तगड़ी सोहे पैटों अजब बहार दोऊ भुजाओं पे डाल दुशाला गले मोतियों के हार ब्याहने चले सीता मैया
पैर बन्ना के जूता सोहे मोजा अजब बहार दोऊ भुजाओं पे डाल दुशाला गले मोतियों के हार ब्याहने चले सीता मैया
संग बन्ना भैयन की जोड़ी बन्नी अजब बहार दोऊ भुजाओं पे डाल दुशाला गले मोतियों के हार ब्याहने चले सीता मैया
No comments:
Post a Comment