आज मेरी तुलसा दुल्हन बनी
माथे पर बिंदिया कानों में बाली आंखों में कजरा होठों पर लाली , मेहंदी लगी सखी मेहंदी लगी आज मेरी तुलसा दुल्हन बनी
गले में हरवा नाक में नथुनिया हाथों में खनखन बाज रहीं चूड़ियां , महावर लगी सखी महावर लगी आज मेरी तुमसा दुल्हन बनी
अंगों में लहंगा सिर पे चुनरिया श्याम पिया जी की बनी रे दुल्हनिया प्यारी लगीं सखी प्यारीं लगीं आज मेरी तुलसा दुल्हन बनी
हाथों में जयमाला झुकी हैं नजरिया धीरे धीरे पड़ने लगीं हैं भांवरियां संग में चलीं सखी संग में चलीं आज मेरी तुलसा दुल्हन बनी
No comments:
Post a Comment