कान्हा बढ़ो हरजाई रे मोहे मारे नजरिया
जब मैं जाऊं दही बेचन को , कंकड़िया मार गिराए रे मोहे मारे नजरिया
जब जमुना जल भरन को जाऊं मटकी फोड़ गिराए रे मोहे मारे नजरिया
हाथ पकड़ मेरो घुंघटा उठावे गलियों में मोहे सताये रे मोहे मारे नजरिया
हैलो दोस्तों हरी रस माला में आपका स्वागत है | मेरा नाम नमता भदौरिया है | मैं नई दिल्ली में रहती हूँ | अगर आपको मेरे भजन पसंद आये तो लाइक, शेयर, कमेंट जरूर करे |
कान्हा बढ़ो हरजाई रे मोहे मारे नजरिया
जब मैं जाऊं दही बेचन को , कंकड़िया मार गिराए रे मोहे मारे नजरिया
जब जमुना जल भरन को जाऊं मटकी फोड़ गिराए रे मोहे मारे नजरिया
हाथ पकड़ मेरो घुंघटा उठावे गलियों में मोहे सताये रे मोहे मारे नजरिया
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