तुलसी तेरे पत्तों में श्याम बसते श्याम बसते रे घनश्याम बसते
एक ओर रिद्धि एक ओर सिद्धि बीच में गजानन भगवान बसते श्याम बसते रे घनश्याम बसते
एक ओर विष्णु एक ओर लक्ष्मी बीच में कुबेर के भंडार बसते श्याम बसते रे घनश्याम बसते
एक ओर ब्रह्मा एक ओर ब्रह्माणी बीच में वेदों के ज्ञान बसते श्याम बसते रे घनश्याम बसते
एक ओर सीता एक ओर लक्ष्मण बीच में राम भगवान बसते श्याम बसते रे घनश्याम बसते
एक ओर राधा एक ओर रुक्मणी बीच में कान्हा के प्राण बसते श्याम बसते रे घनश्याम बसते
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