काले काले मुरलिया वाले तेरे नखरे हजार हैं तेरी मुरली पे नाचें ग्वाल बाल हैं
तुमने कहा था मैं यमुना पे मिलूंगा मैं आई तू ना आया मेरे दोनों नैना तरसे तुम निकले ना घर से काले काले मुरलिया वाले तेरे नखरे हजार हैं तेरी मुरली पर नाचें ग्वाल बाल हैं...
तुमने कहा था मैं मथुरा में मिलूंगा मैं आई तू ना आया मेरे दिल में धक धक करे तुम निकले ना घर से काले काले मुरलिया वाले तेरे नखरे हजार हैं तेरी मुरली पर नाचें ग्वाल बाल हैं...
तुमने कहा था बरसाने में मिलूंगा मैं आई तू ना आया तुमसे मिलन को नैना तरसे तुम निकले ना घर से काले काले मुरलिया वाले तेरी नखरे हजार हैं तेरी मुरली पे नाचें ग्वाल बाल हैं..
तुमने कहा था मैं गोकुल में मिलूंगा मैं आई तू ना आया मेरे दोनों नैना तरसे तुम निकले ना घर से काले काले मुरलिया वाले तेरे नखरे हजार हैं तेरी मुरली पे नाचें ग्वाल बाल हैं..
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