मेरे मन में यही है आस मैं खाते देखूं हरे हरे मैं खाते देखूं मैया को
हलुआ पूड़ी छोले खाएं और खाएं फल मेवा , हमें देख शरमा न जाएं पर्दा लगा दो द्वार मैं खाते देखूं हरे हरे मैं खाते देखूं मैया को मेरे मन में..
ठुमुक ठुमुक मां चलती आ रहीं और चबाएं पान , मुंह की लाली ऐसी प्यारी मंद मंद मुस्काएं मैं खाते देखूं हरे हरे मैं खाते देखूं मैया को मेरे मन में..
चलो सखी सब मिलकर जाएं मैया के दरबार , खुल गए देखो भाग्य हमारे दर्शन दो एक बार मैं खाते देखूं हरे हरे मैं खाते देखूं मैया को
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