एक बार मां आ जाओ फिर आके चली जाना जाने नहीं देंगे तुम्हें जरा जाकर तो दिखलाना
युग युग से प्यासे हैं दर्शन को निगाहें मां , बस एक झलक अपनी दिखला कर चली जाना एक बार मां आ जाओ
दीपक तेरी राहों में हर रोज जलाएंगे , ज्योति न बुझ पाए तुम आकर जला देना एक बार मां आ जाओ
चरणों से मैं लिपटा हूं चरणों को ना छोडूंगा , बस हाथ दया का मां मेरे सिर पर धर जाना एक बार मां आ जाओ
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