बारह महीना मैया कहीं भी रहना नौ दिन मेरे घर आना ओ मैया मेरी
दिल्ली शहर से मैंने चुनरी मंगाई चुनरी पहन दिखाना ओ मैया मेरी
कलकत्ता से मैंने टीका मंगाया टीका पहन दिखाना ओ मैया मेरी
जयपुर से मैंने कंगना मंगाया कंगना पहन दिखाना ओ मैया मेरी
जैसे तैसे मैंने सखियां बुलाईं भेंटे सुनने आना ओ मैया मेरी
छम छम नाच दिखाना मैया मेरी मथुरा से मैंने पेड़ा मंगाया आकर भोग लगाना ओ मैया मेरी
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