आवे हिचकी मैनू आवे हिचकी पर्वत पर बैठी मैया याद सतावे हिचकी मैनू आवे हिचकी
हमारे आंगन पीपरी उसमें पीले पात अबकी मैया घर आओ तो मैं हंस कर लूं बात आवे हिचकी...
हमारे आंगन बेरनी उसमें मीठे बेर आपकी मैया घर आईं मैं जाने ना दूंगी फेर आवे हिचकी....
हमारे आंगन चढ़ी कढ़ाई उसमें बन रहा हलुवा रुचि रुचि के मैं भोग लगाऊं खूब खिलाऊं हलुवा आवे हिचकी.....
हमारे आंगन हुआ कीर्तन संगत खूब आई रज रज मां की भेंटे गाऊं ढोलक चिमटा बजाई आवे हिचकी...
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