मैंनु राधे राधे आखे माये नी ग्वाला गोकुल दा,ग्वाला गोकुल दा मैं बरसाने दी....
उठ के सवेरे नी मैं पानी नु जानी आ, पानी नु जानी आ मैं पानी नु जानी आ,मैंनु आजा आजा आखे माये नी ग्वाला गोकुल दा मैंनु राधे...........
उठ के सवेरे नी मैं फूल तोड़न जानी आ, फूल तोड़न जानी आ मैं फूल तोड़न जानी आ मैंनु बह जा बह जा आंखे माये नी ग्वाला गोकुल दा मैंनु राधे........
उठ के सवेरे नी मैं यमुना नु जानी आ,यमुना नु जानी आ मैं यमुना नु जानी आ मैंनु कंकरी मार दसे माये नी ग्वाला गोकुल दा मैंनु राधे.......
उठ के सवेरे नी मैं मंदिरा नु जानी आ, मंदिरा नु जानी आ मैं मंदिरा नु जानी आ मैंनु बांह पकड़ के रोके माये नी ग्वाला गोकुल दा मैंनु राधे...........
उठ के सवेरे नी मैं कुंए ते जानी आ, कुंए ते जानी आ मैं कुंए ते जानी आ मैंनु तिरछी नजर नाल तक के माये नी ग्वाला गोकुल दा मैंनु राधे........
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