शिव तो ठहरे परदेसी साथ क्या निभाओगे चढ़ के अपने नंदी पे पर्वत चले जाओगे
भोले मुझे भूख लगी क्या तुम खिलाओगे , हलुआ पूड़ी साथ नहीं क्या धतूरा खिलाओगे
भोले मुझे प्यास लगी क्या पानी पिलाओगे, ठंडी बोतल साथ नहीं क्या गंगा पिलाओगे
भोले मुझे तलफ लगी क्या तुम रचाओगे , पान वीणा साथ नहीं क्या भंगिया रचाओगे
भोले मुझे नींद लगी कहां तुम सुलाओगे , खटिया गद्दा साथ नहीं क्या गोदी में सुलाओगे
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