अवधपुरी को जाऊंगी राम दर्शन मैं पाऊंगी, दर्शन मैं पाऊंगी राम गुण गाऊंगी अवधपुरी को जाऊंगी राम दर्शन मैं पाऊंगी
तन का ईंट और मन का गारा प्रेम का चूना लगाऊंगी राम दर्शन मैं पाऊंगी
तन का जल और मन का फल फूल प्रेम से राम को चढ़ाऊंगी राम दर्शन मैं पाऊंगी
तन का चंदन मन का पानी प्रेम से तिलक लगाऊंगी राम दर्शन मैं पाऊंगी
तन की मेवा मन की मिश्री प्रेम से भोग लगाऊंगी राम दर्शन मैं पाऊंगी
तन की ढोलक मन का चिमटा प्रेम से भजन सुनाऊंगी राम दर्शन मैं पाऊंगी
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