सज रहे बालाजी लाल चोले में , लाल चोले में सुनहरे में सज रहे बालाजी लाल चोले में
ऊंची ऊंची बाबा तेरी शान निराली तेरे दर पे बाबा जी आये सवाली महिमा है अपरम्पार लाल चोले में
एक हाथ में गदा बिराजे दूजे हाथ में पर्वत साजे लीला है बड़ी अपार लाल चोले में
एक कांधे पे राम बिराजे दूजे कांधे पे लक्ष्मण साजे हो रही जय जयकार लाल चोले में
संकट लेकर जो भी आता पल भर में वो मुक्ति पाता भक्तों का भरें भंडार लाल चोले में
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