न कर मान बन्दया एक दिन मिट्टी में मिल जाना मिट्टी ओढ़ ले मिट्टी बिछा ले मिट्टी का बना ले सिरहाना एक दिन ऐसा आएगा तू मिट्टी में मिल जाना न कर मान बन्दया...
लकड़ी कहती सुन मेरे बन्दया मोल मेरा न जाना , एक दिन ऐसा आएगा कि मैंने तुझे जलाना न कर मान बन्दया....
कपड़ा कहता सुन मेरे बन्दया मोल मेरा न जाना , एक दिन ऐसा आएगा तू कफन ओढ़ के जाना न कर मान बन्दया.....
टूटा पिंजरा हुआ पुराना बिच बैठा है पंछी , एक दिन ऐसा आएगा कि पंछी ने उड़ जाना न कर मान बन्दया...
मानव चोला मिले न दुवारा आखिर तू पछताना , एक दिन ऐसा आएगा संसार छोड़ के जाना न कर मान बन्दया..
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