इस महाकाल की नगरी में देना जन्म दोबारा शंकर भोलेनाथ हमारा तुम्हारा बाबा भोलेनाथ है हमारा तुम्हारा
इस महाकाल की नगरी में कंकड़ पत्थर बन जाऊं, श्रषि मुनि की नजर पड़े हो उद्धार हमारा शंकर भोलेनाथ.....
इस महाकाल की नगरी में बेलपत्र बन जाऊं, शंकर जी पे बेल चढ़े हो उद्धार हमारा शंकर भोलेनाथ....
इस महाकाल की नगरी में गैयां बछड़े बन जाऊं , दूध दही का भोग लगे , पंचामृत का भोग लगे हो उद्धार हमारा शंकर भोलेनाथ...
इस महाकाल की नगरी में लकड़ी वकड़ी बन जाऊं , शंकर जी पे भस्म चढ़े हो उद्धार हमारा शंकर भोलेनाथ....
No comments:
Post a Comment