मेरी पांचों उंगलियां बड़े काम की जय बोलो सीताराम की
पहली उंगली ने मुदरी पहनाई , मुदरी पहनाई राम नाम की जय बोलो सीताराम की
दूसरी उंगली ने रोली लगाई , रोली लगाई हरी नाम की जय बोलो सीताराम की
तीजी उंगली ने माला फेरी , माला फेरी हरी नाम की जय बोलो सीताराम की
चौथी उंगली ने राह बताई , राह बताई चारो धाम की जय बोलो सीताराम की
पांचवें अंगूठा ने चुटकी बजाई , चुटकी बजाई हनुमान की जय बोलो सीताराम की
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