गणपति गणेश जय जय गौरा जी के लाला प्रथम मनायें तुम्हें दीन दयाला
एक दन्त दयावंत चार भुजा धारी माथे सिन्दूर सोहे मूसे की सवारी गणपति गणेश....
अन्धन को आंख देत कोढ़िन को काया बांझन को पुत्र देत निर्धन को माया गणपति गणेश...
रिद्धि और सिद्धि संग में सोहें तेरे देवा पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा गणपति गणेश....
दया करो कृपा करो शम्भु त्रिपुरारी मनोरथ को पूर्ण करो जाऊं बलिहारी गणपति गणेश...
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