निर्जला एकादशी स्पेशल मन मन्दिर में बसने वाला अद्भुत भजन🌹गुरु बिन ज्ञान गंगा बिन तीर्थ गयारस बिना

 

 

गुरु बिन ज्ञान गंगा बिन तीर्थ , बिन गयारस के व्रत नहीं है 

मां को लाड़ पिता को आदर , बिन भैया व्यापार नहीं है गुरु बिन... 

सासू बिन लाड़ ससुर बिन आदर , बिना पति श्रंगार नहीं है गुरु बिन... 

धन बिन मान पुरुष बिन नारी , बिन बेटा कुल बाढ़े नहीं है गुरु बिन... 

ननदी को मान भांजे को आदर , बिना दान भव पार नहीं है गुरु बिन.. 

पोथी बिन मान खड़ग बिन क्षत्रिय , बिन सुमिरन के स्वर्ग नहीं है गुरु बिन.. 




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