श्री मन नारायण हरि हरि ये मंत्र बड़ा हितकारी है जिसने ये पावन मंत्र जपा नैया भव पार उतारी है
श्री विष्णु जी की नाभि से जब ब्रह्मा जी ने जन्म लिया , श्री मन नारायण हरि हरि फिर ब्रह्मा जी ने जाप किया, महामंत्र की शक्ति से भक्तों सारी सृष्टि उपजाई है
सागर मंथन से जब भक्तों हलाहल बाहर आया था , शिव शंकर ने हरि मंत्र जपा हलाहल कंठ लगाया था , हरि मंत्र की कृपा से शिव ने नीलकंठ की पदवी पाई है
प्रहलाद को मारने जब भक्तों हिरण्यकश्यप ने उपाय किया , प्रहलाद हरि मंत्र जपता रहा मृत्यु का प्रयास बेकार हुआ , फिर नरसिंह बन आये विष्णु जी प्रहलाद की जान बचाई है
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