चलो बुलावा आया है कान्हा ने बुलाया है हो…
वृन्दावन की कुँज गलियन का सपना मुझको आया है…
चलो बुलावा आया है कान्हा ने बुलाया है सारे जग में एक ठिकाना,कृष्णा के दीवानो का हो….
देखें बाँके बिहारी,अपने भक्तों के आने का हो…बृज रज माथे लगाकर नाचुँ ऐसा ख्याल दिल में आया है….
चलो बुलावा आया है कान्हा ने बुलाया है राधे राधे….श्याम मिला दे हो श्याम मिला दे…
राधे राधे राधे राधे कहते जाओ परिक्रमा लगाते जाओ यमुना मईया को नमन कर बृज की महिमा गाते जाओ हो…
जो बृज धाम इक बार है आया बार बार वो यहां आया है…चलो बुलावा आया है कान्हा ने बुलाया है
हरे कृष्णा हरे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा हरे हरे,हरे रामा हरे रामा,रामा रामा हरे हरे
वृन्दावन के, दर्शन को लोग तरसते रह जाते हैं वो हँसते हँसते आते हैं और रोते रोते जाते हैं, हो…
हरि नाम धुन में जो रम गया असली कृपा से वो नहाया है चलो बुलावा आया है कान्हा ने बुलाया है
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