ओ अम्बे जगदम्बे मैया सबका बेड़ा पार करो शीष झुकायें बारम्बार मां ओ अम्बे ..
जो भी आये मैया शरण तुम्हारे , उनके तुमने काज संवारे महिमा है तेरी अपरम्पार मां ओ अम्बे ...
विद्युत दमन सी आभा दमके , ज्योति तुम्हारी मैया जगमग चमके गूंजत है सारे संसार में ओ अम्बे ...
तुमने शम्भु निशम्भु को मारा , महिषासुर जैसा योद्धा संहारा गले में फूलों का पहने हार मां ओ अम्बे .....
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