बड़ा मंगलवार स्पेशल कीर्तन में रस बरसाने वाला भजन🌹हैं वीर बड़े हनुमान इनके जैसा न कोई🌹

 

 

हैं वीर बड़े हनुमान इनके जैसा न कोई 

बालकपन में हनुमत ने सूरज को मुख में दबाया , तब घबड़ाया संसार इनके जैसा न कोई 

सिया खोज करन को भेजा लंका में पंहुचे कपीसा , सोने की लंका दयी जलाय इनके जैसा न कोई 

लक्ष्मण को मूर्छा आई हनुमत से बूटी मंगाई , पूरा पर्वत लाये उठाय इनके जैसा न कोई 

जब राम अवधपुर आये वीर बजरंग साथ में आये , चरणों में बैठे हनुमान इनके जैसा न कोई 

भक्तों की रक्षा करते पल में संकट हर लेते , सब विपदा देते मिटाय इनके जैसा न कोई 




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