दशरथ कैकेई को समझा रहे हैं भावुक कर देने वाला नया भजन🌺चौदह वर्ष राम को वनवास करो न🌺

 

 

तुम मान जाओ भामिनी उदास करो न चौदह वर्ष को राम को वनवास करो न 

अर्पण करूं मैं तन मन संसार मांग ले तू मांग हीरा मोती धन भंडार मांग ले देता वचन हूं रानी विश्वास करो न चौदह वर्ष को राम को वनवास करो न 

वाली उमर है कष्ट नहीं झेल पायेंगे कांटों में रहकर जिंदगी कैसे बितायेंगे वन दूर है राम हमसे अलग करो न चौदह वर्ष को राम को वनवास करो न 

कोमल है बहुत सीता वो संग जायेगी कैसे रहेगी वन में वो सह न पायेगी मेरी बात मानो रानी अब जिद करो न चौदह वर्ष को राम को वनवास करो न 




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