जय हो जय तो तुम्हारी जी बजरंगबली, ले के शिव रूप आना गजब हो गया जय हो जय हो..
त्रेता युग में तुम आये थे, द्वापर में भी, तेरा कलयुग में आना गजब हो गया जय हो जय हो...
बचपन की कहानी निराली बड़ी, जब लगी भूख बजरंग मचलने लगे फल समझ कर उड़े आप आकाश में , तेरा सूरज को खाना गजब हो गया जय हो जय हो....
कूदे लंका में जब मच गयी खलबली, मारे चुन चुन के असुरों को बजरंगबली , मार डाले अक्षय को पटक के वहीं तेरा लंका जलाना गजब हो गया जय हो जय हो..
आके शक्ति लगी जब लखन लाल को, राम जी देख रोये लखन लाल को लेके संजीवनी बूटी पवन बेग से , पूरा पर्वत उठाना गजब हो गया जय हो जय हो...
जब विभीषण संग बैठे थे श्री राम जी , और चरणों में हाजिर थे हनुमान जी , सुन के ताना विभीषण का अंजनी के लाल , फाड़ सीना दिखाना गजब हो गया जय हो जय हो...
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