अपने भक्तों पे दया करता🌹मुरलिया वाला जितना सुन्दर भजन उससे भी अच्छा गाया आनंद लीजिए आप भी🌹

 

 

टेर भक्तों की सदा सुनता मुरलिया वाला अपने भक्तों पे दया करता मुरलिया वाला 

सभा के बीच में जब रोई द्रोपदी नारी , जाके तब चीर बढ़ाया है मुरलिया वाला 

पकड़ के खम्भ से प्रहलाद को जब बांध दिया , फाड़ के खम्भ निकल आया मुरलिया वाला 

पकड़ जब दाब लिया गज ने पुकारा रोकर आया , आया तब गज को बचाने है मुरलिया वाला 

भक्त नरसी पे जब कर्ज बढ़ते देखा , आके खुद कर्ज चुका आया मुरलिया वाला 




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