सुन गौरा तेरे मायके का हाल तेरे मायके का हाल , देख लिया गौरा तेरे मायके का हाल तेरे मायके का हाल
पहली बार भोला गए ससुराल , टूटी सी खटिया बापे फटो हुओ टाट, तेरे मायके का हाल.......
दूजी बार भोला गए ससुराल, लंबो गिलास बामे खट्टी सी छांछ तेरे मायके का हाल.....
तीजी बार भोला गए ससुराल, मक्का की रोटी बापे सरसों का साग तेरे मायके का हाल......
चौथी बार भोला गए ससुराल, बैठे न पास कोई पूछे न हाल तेरे मायके का हाल......
पांचवीं बार भोला गए ससुराल, जब गौरा ने भोले को देखा डार लिया घूंघट फुलाए लिया गाल तेरे मायके का हाल.....
भोले ने जब गौरा को देखा, मांग लयी गलती और जोड़ लिए हाथ, तेरा मायका कमाल तेरा मायका कमाल
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