देखो देखो देखो शिव का श्रंगार देखो जटा में गंगा की धार देखो नजरिया फेंको ये झांकी देखो
आला है ये आला कैसा रूप है आला , गले मुंडो की माल पड़ी कैसा रुप निराला , अंग भभूति कमाल देखो जटा में गंगा की धार देखो नजरिया फेंको ये झांकी देखो
बायें बैठीं पार्वती शिव जी के संग सोहें , श्री गणपति को गोद लिये सबके मन को मोहे , डमरू की मीठी तान देखो जटा में गंगा की धार देखो नजरिया फेंको ये झांकी देखो
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