रे कान्हा तू नंदगांव का मैं जाटिनी हरियाणे की , मैं जाटिनी हरियाणे की हाथ नहीं आने की रे कान्हा तू नंदगांव का मैं जाटिनी हरियाणे की
सब सखियों के तू कपड़े चुराये , मेरे कपड़े को तू हाथ तो लगा मैं जाटिनी हरियाणे की
सब सखियों की तू रास्ता रोके , मेरे रस्ते में तू आके दिखा मैं जाटिनी हरियाणे की
सब सखियों का तू घूंघट खोले , मेरा घूंघट को तू हाथ तो लगा मैं जाटिनी हरियाणे की
सब सखियों की उंगली मरोड़े , मेरी उंगली को तू हाथ तो लगा मैं जाटिनी हरियाणे की
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