शिवशंकर भोले भाले कैलाश पे रहने वाले भरेंगे भरेंगे भरेंगे भंडार
जटा में शंकर तेरे गंगा बिराजे मस्तक पर शंकर तेरे चंदा बिराजे वो डमरू बजाने वाले अमरनाथ पे रहने वाले भरेंगे भरेंगे भरेंगे भंडार
गले में शंकर तेरे सर्पों की माला कानों में शंकर तेरे बिच्छू के झाला वो ओढ़े मृगछाला गले में नाग डाला भरेंगे भरेंगे भरेंगे भंडार
अंग में शंकर तेरे भस्मी बिराजे संग में शंकर तेरे गौरा बिराजे वो भक्तों के रखवाले सब कष्ट मिटाने वाले भरेंगे भरेंगे भरेंगे भंडार
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