काली अलबेली सरकार काली कलकत्ते से आई
मां के माथे मुकुट विराजे कानों में कुण्डल साजे , तेरी बिंदिया का रंग लाल काली कलकत्ते से आई
एक हाथ में खप्पर साजे दूजे में त्रिशूल विराजे , गले सजे मुंडो की माल काली कलकत्ते से आई
मां के अंग पे चोला साजे पैरों में पायल बाजे , तेरी चुनरी करे कमाल काली कलकत्ते से आई
तूने चंड मुंड को मारा और दुष्टों को संहारा मां की हो रही जय जयकार काली कलकत्ते से आई
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