श्याम बंसी बजाते हो या मुझे बुलाते हो दीवाना बनाते हो सारे राग जगाते हो राधे प्याल बजाती हो या मुझे बुलाती हो सारा
दिन तड़पाती हो सारी रात जगाती हो श्याम बंसी बजाते हो या मुझे बुलाते हो
तेरी काली काली आंखों में ये काला काला बादल है ये काला काला बादल नहीं मेरी आंखों का ये काजल है तुम काजल
लगाती हो या मुझे बुलाती हो श्याम बंशी बजाते हो या मुझे बुलाते हो
तेरी मुरली की धुन मुझको मेरे मन को मीत बनाती है तेरी पायल की छनकार मुझको नाच नाचती है तुम पायल छनकाती हो
या मुझे बुलाती हो सारा दिन तड़पाते हो सारी रात जगाती हो श्याम बंसी बजाते हो या मुझे बुलाते हो
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