हाथों में त्रिशूल कमंडल पीतल का ऐसा सुंदर रूप मेरे शिवशंकर का
मैं जब जब शिव को देखूं मुझे माथे पे तिलक दिखाये , तिलक है चंदा का ऐसा सुंदर रूप मेरे शिवशंकर का
मैं जब जब शिव को देखूं मुझे कानो में कुंडल दिखाये , कुंडल है बिच्छू का ऐसा सुंदर रूप मेरे शिवशंकर का
मैं जब जब शिव को देखूं मुझे गले में माला दिखाये , माला है सर्पों का ऐसा सुंदर रूप मेरे शिवशंकर का
मैं जब जब शिव को देखूं मुझे हाथों में त्रिशूल दिखाये , त्रिशूल है लोहे का ऐसा सुंदर रूप मेरे शिवशंकर का
मैं जब जब शिव को देखूं मुझे संग में गौरा दिखाये , गौरा भोले बाबा की ऐसा सुंदर रूप मेरे शिवशंकर का
मैं जब जब शिव को देखूं मुझे गोदी में गणपति दिखाये , गणपति शिव गौरा का ऐसा सुंदर रूप मेरे शिवशंकर का
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